शिक्षाविद प्रो अमरनाथ झा के निधन से साहित्य जगत मर्माहत, पंचतत्व मे हुए विलीन
रिपोर्ट : सुरेश मिश्रा
नवटोल (सरिसब पाही) : मधुबनी जिला के पंडौल प्रखंड के सरिसब पाही पंचायत के नवटोल गांव निवासी शिक्षाविद प्रो अमरनाथ झा (101 वर्ष) का निधन बुधवार रात एक बजे आवास पर हो गया। गुरुवार को उनके पौत्र सुमन झा ने शाम के 5 बजे उन्हें मुखाग्नि दी। इस अवसर पर उनके सभी बंधु बाँधब उपस्थित थे।
वरीय साहित्यकार प्राध्यापक समाजसेवी स्व प्रो अमर नाथ झा का जन्म 13 नवम्बर 1922 ई को हुआ।स्व प्रो झा छात्र जीवन में स्वतंत्रता आन्दोलन की दंश के बीच साहित्य में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त किया।सीएम कालेज दरभंगा में प्राध्यापक पद पर योगदान दिया।आरके कालेज मधुबनी में लब्धप्रतिष्ठ शिक्षक के रूप में पदस्थापित रहे।वर्ष 1959 में प्रो अमरनाथ झा एमएलएस कालेज सरिसब पाही में फांउडर प्राध्यापक के रूप में योगदान दिया।
प्रो झा ने वर्ष 1990 में कालेज सेवानिवृत्त के साथ ही सामाजिक सरोकार से निरंतर जुड़ाव रखा। कुशल शिक्षक व स्थापित साहित्यकार प्रो झा का इस वर्ष श्रेष्ठ साहित्यिक संस्थान द्वारा जन्म शतवार्षिकी समारोह आयोजित की गई। प्रो अमरनाथ झा के निधन से साहित्य जगत मर्माहत है।शोक संवेदनाओं की तांता है। मिथिला- मैथिली के शोध गवेषक अभियानी व्यक्तित्व प्रो झा का सारस्वत सरमे हे मराल,चन्द्रहास अनुवाद पुस्तक व विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं में सारगर्भित आलेख छपा है।प्रो अमरनाथ झा के निधन पर डॉ किशोर नाथ झा,नीरजा रेणु,डा जगदीश मिश्र, डॉ. सती रमण झा, गंगेश मिश्र, डॉ. रमेश मिश्रा, गोकुल नाथ झा, प्रो रमण झा ,प्रो विद्यानाथ झा , डा भीम नाथ झा, डॉ. ज्योति रमण झा, डॉ. सदन मिश्र, डॉ. विजय मिश्र, डॉ. अजय मिश्र सहित अन्य विद्वतजनों ने शोक प्रकट किया है।
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