मधुबनी शहर से लेकर कस्बाई बाजारों तक फैला है अवैध नर्सिंग होम का नेटवर्क :- सिविल सर्जन,मधुबनी
मधुबनी जिले में विभिन्न जगहों पर अवैध नर्सिंग होम का धड़ल्ले से संचालन हो रहा है। जिला मुख्यालय का शहर हो या फिर प्रखंड क्षेत्र का कस्बाई बाजार सभी जगहों पर नर्सिंग होम का कारोबार कुकुरमुत्ता की तरह फैल गया है। गुरुवार को खुटौंना प्रखंड मे संचालित 30 नर्सिंग होम, लैब, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड सेंटर जांच घर, एवं अन्य क्लीनिक में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा गया, जिसमें अधिकतर संचालक अपना बोर्ड हटाकर वहां से चलते बने। वहीं कई संस्थानों पर टीम को को काफी मशक्कत करना पड़ा।
जांच दल में डॉक्टर शंभू प्रसाद सिंह, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी मधुबनी, डॉ० उमेश कुमार राय, प्रशासनिक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंधराठाढ़ी, डॉ० कुणाल कौशल विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी सदर अस्पताल मधुबनी, मोहम्मद इस्माहतुल्लाह उर्फ गुलाब प्रयोगशाला प्रवैधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राजनगर शामिल
थे।
मरीजाें से ली जाती है मोटी रकम, इलाज भगवान भरोसे:
जिला मुख्यालय का शहर के अलावा विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों व कस्बाई बाजारों में दर्जनों अवैध नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं। कई नर्सिंग होम के आगे एमबीबीएस डॉक्टर के बोर्ड लगा दी जाती है, लेकिन वहां इलाज झोलाछाप डॉक्टर ही करते हैं। हद तो तब पार कर जाती है, जब कई झोलाछाप नर्स तो अपने नर्सिंग होम के आगे स्त्री एवं प्रसव रोग विशेषज्ञ का बोर्ड लगा देती हैं। अवैध नर्सिंग होम संचालक के नेटवर्क में आशा ममता एवं एंबुलेंस चालक शामिल होता है, जो अपनी कमीशन मे मोटी राशि ले भोले भाले मरीजों को सरकारी अस्पताल से भी नर्सिंग होम में पहुंचाता है, जहां इलाज के दौरान मरीज का खूब दोहन होता है।
नर्सिंग होम संचालन के लिए क्या है मानदंड:
जानकारों के अनुसार नर्सिंग होम संचालन के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर, प्रशिक्षित असिस्टेंट, भवन हवादार, दो गेट एवं खिड़की युक्त मरीज का कमरा, हाइजेनिक सफाई सुथरा, प्रदूषण मुक्त एवं अग्निशमन का प्रबंध होना चाहिए। किंतु इन मानदंड पर दो चार नर्सिंग होम के अपवाद छोड़ दें, तो शायद ही कोई पूरा करता दिखता है। हालांकि जिले में कई नर्सिंग होम के निबंधन की सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी द्वारा दी गई है।
नर्सिंग होम संचालक को लोगों की जान माल से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं मिलेगी:
सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने बताया अवैध कारोबार में शामिल संचालकों पर शिकंजा कसा जाएगा। शिकायत मिलने पर अवैध नर्सिंग होम को सील कर संचालक पर प्राथमिकी दर्ज भी की गई है। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए हर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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