बेमौसम हल्की बारिश में झील में तब्दील हुई मुख्य सड़क
मधुबनी जिले के खजौली-कलुआही मुख्य सड़क के इनरवा गांव के वार्ड संख्या-10 में बूंदा बूंदी बारिश के बाद ही झील में तब्दील हो गयी है। यह नजारा प्रखंड मुख्यालय से एक से डेढ किलोमीटर की दूरी पर है। आलम यह है कि मधुबनी जिला के अति व्यस्त सड़को में से एक पीडब्ल्यूडी खजौली-कलुआही मुख्य सड़क के इनरवा गांव स्थित वार्ड संख्या-10 से गुजरने में काफी परेसानी का सामना करना पड़ता है। जबकी इस सड़क से दिन भर छोटी बड़ी वाहन के साथ इस सड़क से शाशक-प्रशाशक की वाहन की आवाजाही लगा ही रहता है। लेकिन सम्बंधित विभाग के द्वारा जल निकासी की स्थायी तौर किसी भी तरीका से समुचित व्यवस्था नही रहने के कारण स्थानीय लोग सहित इस सड़क से गुजरने बाले राहगीरों को काफी कठिनाई का सामना करना पर रहा है। सबसे अधिक परेसानी उक्त सड़क से गुजरते स्कूली बच्चों को उठाना पर रहा है। इस पर जलजमाव लगे स्थान पर जगह-जगह गढ़े बने हुए है। सड़क पर तकरीबन डेढ़ सौ मीटर में लगे करीब एक फिट जलजमाव रहने के कारण सड़क में बनी गढ़े दिखाई नही देने के कारण अमूमन दिन प्रतिदिन छोटी बड़ी घटना दुर्घटना होना आम बात बनी हुई है।
वही स्थानीय ग्रामीण इंद्रदेव यादव, जयवीर यादव, उदल यादव पूर्व पं.स.स. उषा देवी, पूर्व पं.स.स. राम कुमार ठाकुर, मुरारी चौधरी, प्रदीप कुमार सहित दर्जनों लोग बताते है कि यह सड़क पीडब्ल्यूडी के मुख्य सड़क है। यह सीधे तौर पर कलुआही-बासोपट्टी होते हुए सीमावर्ती क्षेत्र नेपाल से जोड़ती है। यहां सघन बस्ती होने के बाबजूद इस सड़क से यहां जल निकासी का विभागीय तौर पर समुचित रूप से कोई व्यवस्था नही रहने के कारण यंहा हलकी बारिश में भी यहां पर तकरीबन एक फिट भर पानी जमा हो जाता है। इसके कारण यंहा रहने बाले लोगों के अलावे इस सड़क से गुजरने बाले राहगीरों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वही उन लोगों का कहना माने तो उन लोगों ने बताया कि जल जमाव बाले जगह पर सड़क बुरी तरीका से जर्जर होकर गढ़े में तब्दील हो चुके है। दिन में किसी तरह लोग गुजर भी जाते है। लेकिन रात के अंधेरे में पानी मे टूटे सड़क दिखाई नही देने के कारण साइकिल सवार व बाइक चालक घटना दुर्घटनाओं की शिकार होते ही रहते है। वही ग्रामीणों ने सम्बंधित विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अबिलम्ब यहां जल जमाव से स्थाई रूप से निजात नही मिला, तो हम लोग बाध्य होकर आंदोलन करेंगे।जिसकी जबाबदेही सम्बंधित विभाग के अधिकारियों का होगा।
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