न्यूज़ डेस्क : मधुबनी
सोमवार को मधुबनी के एक निजी होटल के प्राँगण में वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से हस्तशिल्प के शिल्पियों के उन्नयन हेतु द्विदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस क्षेत्र में उपलब्ध 18 प्रकार के हस्तशिल्प के नामचीन कलाकार इस कार्यक्रम में पधारे हैं जो अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं । कार्यक्रम हस्तशिल्प विभाग के सहायक निर्देशक श्री विभूति कुमार झा के निर्देशन में सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं वर्त्तमान राजनगर विधायक डॉ. रामप्रीत पासवान थे । उन्होंने आह्वान किया कि बांस के कलाकारों को भी इसमें शामिल कर उस समाज का उन्नयन किया जाए । सहायक निर्देशक श्री विभूति कुमार झा ने कहा कि सरकार हस्तशिल्पियों के विकास हेतु सतत प्रयत्नशील है । पंजीकृत कलाकारों को दिल्ली हाट सहित कई जगहों पर जाने-आने की टिकट देने के साथ ही वहाँ निःशुल्क स्टॉल की भी व्यवस्था करती है जिससे कि कलाकारों को अपनी कला के प्रदर्शन और बिक्री में कोई परेशानी न हो ।
इस द्विदिवसीय कार्यक्रम में नए कलाकारों को टूल-किट भी प्रदान किया गया जिससे उन्हें अपनी कलाकृतियों को बनाने में परेशानी न हो । टूलकिट का वितरण मंत्री एवं सहायक निर्देशक ने संयुक्त रूप से किया । विनोद कुमार, रिंकी कुमारी, सुनीता कुमारी सहित 11 लोगों को तत्काल टूलकिट प्रदान किया गया और खबर लिखे जाने तक यह सिलसिला जारी था ।
इस कार्यक्रम में मैक्रेम क्राफ्ट का स्टॉल भी लगा था जहाँ कलाकार समिता बताई कि इस शिल्प से बनी वस्तुओं की बिक्री गोआ में ज्यादा होती है । मधुबनी पेंटिंग, पेपरमेशी, पीतल पर कलाकारी, सिक्की कला आदि के आकर्षक स्टॉल कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे हैं ।
इस अवसर पर युवाकृति संगम के सीईओ सुनील चौधरी, जवाहर नवोदय विद्यालय के शिल्प शिक्षक सुशील कुमार शास्त्री सहित कई बुद्धिजीवी, कलाप्रेमी एवं कलाकार उपस्थित थे ।
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