*गरीबी से निकलने के तीन रास्ते; नौकरी, खेती और बिजनेस-व्यापार, इसलिए वोट शिक्षा और रोजगार पर दें: प्रशांत किशोर*
न्यूज़ डेस्क : मधुबनी
29:02:2024
*सहरसा*: जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि दुनिया में जितने विद्वान लोग हैं उन्होंने गरीबी से निकलने के तीन रास्ते बताए हैं। पहला है नौकरी, दूसरा है खेती और तीसरा है बिजनेस-व्यापार। आपके गांव में भी जो लोग नौकरी कर रहे हैं, इसी बिहार में उनकी जिंदगी कुछ बेहतर है। जो व्यक्ति 5, 10 बीघा में खेती कर रहे हैं उनकी जिंदगी भी चल रही है और जिन्होंने बिजनेस-व्यापार किया है उनकी जिंदगी भी चल रही है। रोड सभी लोगों के लिए खराब है, लेकिन जो गरीब हैं उन्हें ज्यादा भोगना है। अगर, कोई बीमार पड़ जाए, तो जिनके पास पैसा है वो पटना-दिल्ली में जाकर इलाज करा लेंगे। गरीबी से निकलने के तीन रास्ते नौकरी, खेती और बिजनेस-व्यापार में से कोई एक हो तो आपकी गरीबी खत्म हो सकती है।
*गरीबी खत्म तब होगी जब आपके पढ़ने की अच्छी व्यवस्था हो और नौकरी मिले: प्रशांत किशोर*
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आपको नौकरी चाहिए तो उसके लिए बढ़िया पढ़ाई होनी चाहिए, अगर आपको खेती करनी है तो उसके लिए जमीन होनी चाहिए और बिजनेस-व्यापार करना है तो उसके लिए पूंजी होनी चाहिए। गरीबी से निकलने का चौथा कोई रास्ता नहीं है। नाली बन जाए चाहे यहां पुल बन जाए उससे आपकी गरीबी खत्म नहीं होगी। गरीबी खत्म तब होगी जब आपके बच्चों के लिए पढ़ने की अच्छी व्यवस्था हो जाए और बच्चे पढ़-लिखकर नौकरी पा जाएं। गरीबी खत्म तब होगी जब आपके बच्चों को रोजगार मिल जाए। गरीबी खत्म तब होगी जब आपके पास खेती करने के लिए जमीन हो, गरीबी खत्म तब होगी जब सरकार आपको पूंजी उपलब्ध कराए जिससे आप बिजनेस-व्यापार कर सकें। इसलिए वोट शिक्षा और रोजगार के नाम पर दें। क्योंकि आप जिस नाम पर वोट देते हैं वो आपको मिलता है।
*प्रशांत किशोर ने 9.6 किलोमीटर तक की पदयात्रा*
प्रशांत किशोर ने गुरुवार को 9.6 किलोमीटर तक पदयात्रा की। इस दौरान उन्होंने सोनबरसा ब्लॉक में पदयात्रा की। मोजी लाल भगत उच्च विद्यालय काशनगर से पदयात्रा शुरू कर काशनगर चौक, कोपा, दुर्गा मंदिर कोपा, जेएमएस स्कूल जमुनिया, ब्रह्मपुर बाबा स्टेडियम रघुनाथपुर तक गए।
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