महाराणा प्रताप के शौर्य को किया नमन, क्षत्रिय समाज ने मांगा 25% आरक्षण
*मधुबनी सिटी रिपोर्टर संदीप कुमार*
मधुबनी : 11:05:2025
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, मधुबनी के तत्वावधान में सनातन शिरोमणि महाराणा प्रताप सिंह शौर्य समारोह नगर निगम विवाह भवन में हर्षोल्लास से मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजे महाराणा प्रताप द्वार से सभा स्थल तक निकाली गई भव्य शोभायात्रा से हुई, जिसमें 400 मोटरसाइकिलों के साथ रथ भी शामिल था।
शोभायात्रा में युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था।
सभा स्थल पर महाराणा प्रताप और भारत माता के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। समारोह में पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह, मेयर अरुण राय, राणा महेश प्रताप सिंह, मुन्ना चौधरी, अनीता राय, रीता सिंह राठौर, रमन सिंह, नीरस राय, विश्वनाथ राय, करणी सेना के सागर सिंह सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया। सभी अतिथियों का सम्मान साफा, केसरिया गमछा और तलवार भेंट कर किया गया।
उद्घाटन सत्र में वक्ताओं ने महाराणा प्रताप के शौर्य, साहस और स्वाभिमान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे कम संसाधनों के बावजूद हल्दीघाटी के युद्ध में उन्होंने मुगलों को कड़ी चुनौती दी। जंगल में घास की रोटी खाकर भी उन्होंने मुगल अधीनता स्वीकार नहीं की। वक्ताओं ने यह भी बताया कि जब अपनों ने साथ छोड़ा, तब दलित, शोषित और वंचित समाज ने उनका साथ निभाया।
पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह ने कहा, "महाराणा प्रताप समता मूलक शासक थे। आज क्षत्रिय समाज को राजनीतिक, शैक्षिक, व्यावसायिक और आर्थिक दिशा में चिंतन की आवश्यकता है।" महासभा ने सरकार से क्षत्रिय समाज के लिए 25% आरक्षण की माँग की और देश के हर कोने में इस समाज को राजनीति में उचित भागीदारी देने पर बल दिया।
समारोह को जनमेजय सिंह, राम नारायण राय, जगन्नाथ राय, धनंजय सिंह, गुड्डू सिंह, कुंदन सिंह, सनी सिंह, आदित्य सिंह, कामेश्वर राय, महारुद्र सिंह, सुनील राय समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नीरस राय ने की, जबकि मंच संचालन मृत्युंजय कुमार कुंदन ने किया।
कार्यक्रम में मधुबनी जिले के गांव-गांव से क्षत्रिय समाज के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे और शौर्य परंपरा को नमन किया।
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