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गुरुवार, 19 जून 2025

30 वर्षों से फरार अभियुक्त अजय को पंडौल पुलिस ने दबोचा

 30 वर्षों से फरार अभियुक्त अजय को पंडौल पुलिस ने दबोचा




न्यूज़ डेस्क : मधुबनी

19:06:2025



पंडौल प्रखण्ड के सरिसब-पाही पश्चिमी पंचायत का एक हिस्सा है - नवटोल । इस गाँव का इतिहास काफी प्राचीन और गौरवपूर्ण रहा है । बड़े-बड़े विद्वानों की जननी रही है नवटोल गाँव । विद्वानों के साथ ही इस गाँव में बड़े कुलीन जमींदारों का परिवार रहा है, जिसने लोकहित के लिए कई तालाब खुदवाए, मंदिर बनवाए और भूमिहीनों को बसाया भी । इसी कड़ी में एक बड़े कुलीन शख्सियत थे भवानन्द झा । इनके एकमात्र बेटे का नाम मायानन्द झा था, जो बड़े ही शान्त एवं सज्जन व्यक्ति थे और दूसरों को दुःख पहुंचाने में उनका कभी विश्वास नहीं रहा । लेकिन उनकी सन्तानों में ही एक सन्तान निकल गया कुल का नाम कलंकित करनेवाला, जिसका नाम है अजय झा । 

अजय झा अपने पिता के जीवनकाल में ही कुछ गलत प्रवृत्ति के लोगों के संपर्क में रहने लगा और छोटा-मोटा अपराध करने लगा । अपने गाँव को छोड़कर वह मधुबनी में अपना बसेरा बना लिया और अपराध करने लगा । 1995 ई.में पहली बार नगर थाना में हत्या का मामला दर्ज हुआ और उसके बाद अजय झा अपराध की दुनिया में समा गया । मधुबनी नगर थाना की पुलिस और पंडौल थाना की पुलिस इसके पीछे पड़ी रही, लेकिन वह कभी पकड़ा नहीं जाता था । नतीजतन, उसके घर की कुर्की कई बार की गई । माननीय न्यायालय,अपर जिला सत्र न्यायाधीश के कोर्ट का स्थायी वारंटी मधुबनी नगर थाना कांड संख्या-245/19, धारा - 302/341 IPC, माननीय न्यायालय मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, मधुबनी के कोर्ट में सरकार vs रघुवीर कामत - धारा 392/411 CPC, माननीय न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश के स्थायी वारंटी ST न.- 800/07, धारा - 395/412 IPC, माननीय न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम, मधुबनी के स्थायी वारंटी ST- 586/07, धारा - 395 IPC ; जैसे कई मामलों का स्थायी वारंटी था अजय झा । 

     जबसे पंडौल थाना की कमान पुअनि मो.नदीम ने सम्भाला था, तभी से वे अजय झा की फरारी के मामले पर गंभीर नज़र बनाए हुए थे । खुफिया सूत्रों से उन्हें जानकारी मिली कि अजय पटना में आजकल रह रहा है । उन्होंने सअनि सत्यप्रकाश के नेतृत्त्व में गठित टीम को पटना भेजा और पटना पुलिस के सहयोग से फरार अपराधी अजय को कंकड़बाग इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया । फिर उसे वहाँ से पंडौल लाया गया है । पिछले लगभग 30 वर्षों से स्थायी रूप से फरार अपराधी को दबोचकर पंडौल पुलिस ने काफी सराहनीय काम किया है ।  

आशा की जानी चाहिए कि अजय झा की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ के दौरान कई राज भी खुल सकते हैं ।

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