.....अविवेकपूर्ण मानदेय व्यवस्था के खिलाफ आवास कर्मियों का अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी
*सम्मानजनक वेतनमान की मांग को लेकर आरपार की लड़ाई का ऐलान*
सिटी रिपोर्टर मधुबनी
संदीप श्रीवास्तव
शहर स्थित नगर भवन के प्रवेश द्वार से सटे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष प्रदेश अध्यक्ष शशि शेखर ने धरना के तीसरे रोज पूरे डंके की चोट पर कहा कि यह लड़ाई अब आरपार की है।
*ईट इज आवर जिन्यूनिन राइट* हमारा हक है सम्मानजनक वेतनमान, जिसे सरकार को देना ही होगा। आखिर कब तक हम दूसरों का घर बनाते रहेंगे और खुद के लिए तरसते रहेंगे?
इस अल्प मानदेय में अपने परिवार के लिए रोटी-कपड़ा जुटाना भी मुश्किल हो गया है।
सरकार हमारी मांगों को जल्द पूरा करे, अन्यथा आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है।
सागासा संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले जिले के तमाम आवास कर्मियों का 16 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी रहा।
धरना स्थल पर दो सौ से अधिक आवास कर्मी जुटे और सरकार से अपने अधिकार की मांग की।
धरना की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष धीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि सरकार और विभाग से कई बार आरजू-मिन्नत करने के बावजूद हमारी बातों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
हम अल्प मानदेय में काम करने को मजबूर हैं जिससे परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।
जिला संयोजक चंद्रभूषण चंदन ने कहा कि आवास पर्यवेक्षक सभी उच्च डिग्रीधारी हैं, लेकिन फिर भी उन्हें बहुत कम मानदेय मिलता है।
मनरेगा के जेई को इससे कहीं अधिक वेतन मिलता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रखंड लेखापाल संघ के जिलाध्यक्ष दिलीप चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा आयोजित परीक्षा पास कर हम दक्ष प्रखंड लेखापाल बने हैं, लेकिन हमें उस योग्यता के अनुसार मानदेय नहीं मिल रहा है।
वहीं मनरेगा में कार्यरत लेखापाल को कहीं अधिक वेतन मिल रहा है।
पर्यवेक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विद्यानंद ने कहा कि सरकार को हमारी मांगों को गंभीरता से लेकर आवास कर्मियों के भविष्य के बारे में सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए।
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष शशि शेखर , जिलाध्यक्ष धीरेंद्र किशोर ठाकुर, जिला कोषाध्यक्ष अब्दुस शहनवाज, जिला उपाध्यक्ष शंकर मिश्रा, जिला संयुक्त मंत्री महेश प्रसाद सिंह, कार्यालय मंत्री राजीव ठाकुर, संयोजक चंद्रभूषण चंदन, प्रखंड लेखापाल जिला उपाध्यक्ष पूजा कुमारी, पंकज कुमार, आवास सहायक अरविंद श्रीवास्तव, सुरेंद्र पांडेय सहित बड़ी संख्या में आवास कर्मियों की मौजूदगी रही।
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