मनरेगा को निजी खेती से जोड़ा जाए : नागेश्वर पांडेय
स्वामी सहजानंद सरस्वती एवं डॉ. श्रीकृष्ण सिंह स्मृति पर्व समारोह का आयोजन
न्यूज़ डेस्क : मधुबनी
27:07:2025
स्वामी सहजानंद सरस्वती का विचार आज भी प्रासंगिक हैं और
उनके बताये मार्ग पर चलकर ही किसान और समाज का विकास संभव है ; यह बात हरलाखी के सीपीपी कॉलेज हिसार- बौरहर में रविवार को स्वामी सहजानंद सरस्वती मंच सह डॉ श्रीकृष्ण सिंह स्मृति पर्व समारोह में बतौर मुख्य अतिथि विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि दंडी स्वामी सहजानंद सरस्वती सामाजिक सुधार के अग्रणी पैरोकार थे। स्वामी जी देश के साथ किसानों के लिए हमेशा सोचते थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नागेश्वर पांडेय ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती किसानोंं की दशा और दिशा को लेकर चिंतित रहते थे। जरूरत है उनके बताये रास्ते पर चलने की। श्री पांडेय ने कहा कि अगर निजी कृषि क्षेत्र से मनरेगा को जोड़ दिया जाए, तो मजदूरों की हालत भी सुधरेगी और किसानों को भी कृषि कार्य में सहूलियत हो सकती है । मुख्य वक्ता प्रमोद कुमार राय ने कहा कि ये कोई राजनीतिक पार्टी का मंच नहीं है। ये स्वामी जी के विचारों पर चर्चा को लेकर कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि किसानों का विकास स्वामी जी के बताये रास्ते पर चलकर ही संभव है। कार्यक्रम में वक्ताओं ने स्वामी सहजानंद सरस्वती एवं डॉ श्रीकृष्ण सिंह के विचारों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर रामसेवक ठाकुर, मिथिलेश राय, अनिल कुमार अनिल, अमरेश ठाकुर, सच्चिदानंद ठाकुर, अतुल ठाकुर, कुलभूषण ठाकुर, राजीव कुमार, विनोद कर्ण, अरविंद ठाकुर आदि कई बुद्धिजीवियों ने भी अपने विचार रखे।


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