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सोमवार, 15 सितंबर 2025

राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस पर विशेष अभियान

 कृमि से बचाव के लिए सरकारी, निजी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी के बच्चों को  खिलाई जायेगी अल्बेंडाजोल की गोली


27.56 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी दवा


राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस पर चलेगा विशेष अभियान

1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को मिलेगा कृमि संक्रमण से बचाव





न्यूज़ डेस्क : मधुबनी


मधुबनी : 15 सितंबर



बच्चों को कृमि संक्रमण से मुक्त करने और उनके स्वास्थ्य, पोषण और समग्र विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस का आयोजन आज 16 सितंबर को जिले में किया जाएगा। कार्यक्रम के तहत एक दिन पूर्व सदर अस्पताल में एसीएमओ डॉक्टर एस एन झा जाने कार्यक्रम का आगाज अभियान के एक दिन पूर्व सोमवार को सदर अस्पताल से किया। उन्होंने बताया यह कार्यक्रम भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशों के तहत आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत 1 से 19 वर्ष तक बच्चों को अल्बेंडाजोल की दवा खिलायी जायेगी। जो बच्चे 16 सितंबर को किसी कारणवश दवा लेने से वंचित रह जाएंगे, उन्हें 19 सितंबर (मॉप-अप दिवस) को दवा दी जाएगी। यह कार्यक्रम आंगनबाड़ी केन्द्र एवं सरकारी/गैर सरकारी स्कूल तथा तकनीकी संस्थानों पर आयोजित किया जाना है, जिसके अंतर्गत 01 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को अल्बेंडाजोल (400 मिली ग्राम) दवा उम्र के अनुसार निर्धारित खुराक में खिलाई जायेगी। जिसके तहत 01 से 02 साल तक के बच्चों को 200 एमजी तथा 2 साल से ऊपर के बच्चों को 400 एमजी दवा खिलाई जाएगी। अभियान के तहत जिले के 27,56,937 बच्चों को दवा खिलाई जाएगी। अभियान जिले के 3410 सरकारी विद्यालय, 378 निजी विद्यालय एवं 3858 आंगनवाड़ी के बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान के लिए सभी पीएचसी पदाधिकारी, सरकारी विद्यालय के शिक्षक एवं निजी विद्यालय के शिक्षक को प्रशिक्षण दे दिया गया है।


1 से 5 वर्ष तक बच्चों को आगनबाड़ी केंद्रों पर खिलायी जायेगी दवा:

आईसीडीएस डीपीओ ने बताया 1 से 5 वर्ष तक के आंगनबाड़ी में पंजीकृत एवं अपंजीकृत बालक और बालिकाओं को आंगनवाड़ी केन्द्र पर अल्बेंडाजोल की गोली का सेवन तलिकानुसार (तालिका-क) सेविका स्वयं खिलाना सुनिश्चित करेंगी। किसी भी स्थिति में बच्चों/अभिभावक को अल्बेण्डाजोल की गोली घर ले जाने के लिए नहीं दिया जाएगा। 6 से 19 वर्ष के वैसे सभी बच्चे जो विद्यालय में पंजीकृत हैं परन्तु नियमित रूप से विद्यालय नहीं जाते हैं, एवं विद्यालय में अपंजीकृत बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्र पर अल्बेंडाजोल की गोली का सेवन तालिकानुसार सुनिश्चित किया जायेगा।

6 से 19 वर्ष के बच्चों को सरकारी विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, कस्तूरबा विद्यालय, मदरसा, संस्कृत विद्यालय एवं निजी विद्यालय सहित सभी तकनीकी संस्थानों (पॉलिटेक्निक, आई० टी० आई० आदि) एवं गैर तकनीकी संस्थान के माध्यम से कृमिनाशन हेतु अल्बेंडाजोल की गोली शिक्षक द्वारा स्वयं खिलाना सुनिश्चित किया जाएगा। 


इन बच्चों को नहीं खिलायी जोयगी दवा:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर एस के विश्वकर्मा ने बताया 1-19 वर्ष के बच्चों को कृमि मुक्ति दवाई खिलाने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि बच्चे में सर्दी, खाँसी, बुखार, साँस लेने में तकलीफ, किसी बीमारी का लक्षण तो नहीं है अथवा पूर्व से किसी प्रकार की दवा आदि का सेवन तो नहीं कर रहा है। उपरोक्त वर्णित लक्षण वाले बच्चों को कृमि मुक्ति की दवा नहीं खिलायी जानी है।


क्यों जरूरी है कृमि मुक्ति:

कृमि संक्रमण बच्चों के शरीर में पोषक तत्वों की कमी कर देता है, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है। संक्रमित मिट्टी, अस्वच्छता और दूषित वातावरण इसके प्रमुख कारण हैं। इससे बच्चों में एनीमिया (हिमोग्लोबिन की कमी), कुपोषण और स्कूल में उपस्थिति एवं प्रदर्शन पर भी बुरा असर पड़ता है।


मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज मिश्रा, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक नवीन दास, यूनिसेफ एस एम सी प्रमोद कुमार झा,अस्पताल प्रबंधक अब्दुल मजीद सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।

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