फौजी अफसर बनना मेरा सपना था जो साकार हुआ : शुभम सिंह
रिपोर्ट : उदय कुमार झा
10:10:2025
दरभंगा : 8 बिहार बटालियन एनसीसी, दरभंगा के कैडेट शुभम सिंह ने कड़ी मेहनत, लगन और एनसीसी में सीखी देशप्रेम की उफ़नती भावना के बल पर संघ लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अपने परिवार, समाज और एनसीसी का नाम रोशन किया है । 05 अप्रैल, 2004 ई. को ततैला कमतौल, दरभंगा के निवासी फौजी सुबोध कुमार सिंह एवं स्व. आशा सिंह के घर एक बालक का जन्म हुआ । परिवार में खुशी का माहौल पैदा हुआ और धीरे-धीरे वह शिशु बड़ा होते होते एंजेल्स पब्लिक स्कूल, पठानकोट से दसवीं की परीक्षा पास की। उसके बाद वह अपने गृह जिला दरभंगा के जीसस & मेरी एकेडमी से 12वीं और फिर कुंवर सिंह कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। कॉलेज में ही शुभम ने एनसीसी कैडेट के रूप में देशसेवा की प्रेरणा लेकर सेना में अफसर बनने का दृढ़निश्चय कर लिया और विभिन्न चरणों में उसकी तैयारी शुरू कर दी। 2025 ई. में शुभम गणतंत्र दिवस परेड में बिहार & झारखण्ड एनसीसी निदेशालय की ओर से चयनित होकर शामिल हुआ । फिर एनसीसी की प्रतिष्ठित "सी" प्रमाणपत्र परीक्षा पास की। पिछले अप्रैल में वह सीडीएस ओटीए के एसएसबी में शामिल हुआ और उसका केंद्र प्रयागराज था। उसे चेस्ट नंबर 07 मिला जो विषम अंक का था। वहाँ कई कठिन चरणों की परीक्षा पास करते हुए अन्त में उसका चयन भारतीय सेना में एक पदाधिकारी के रूप में हुआ है । एक विशेष भेंट में उसने कहा कि वह एनसीसी प्रशिक्षण के दौरान इनफैट्री की बातें सीखी और गोरखा राइफल्स में जाने की हार्दिक इच्छा है । शुभम सिंह ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजन एवं एनसीसी के पदाधिकारियों को दिया, जिनकी वजह से आज वह इस मुकाम पर पहुंचा है। एनसीसी कैडेटों से उन्होंने अपील किया कि अगर शुरुआत से कैडेट अपनी अच्छी पढ़ाई, कड़ी मेहनत और अनुशासित जीवन पर ध्यान दें और सीनियर अधिकारियों का मार्गदर्शन लेते रहें, तो सफलता जरूर मिलेगी ।
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