न्यूज़ डेस्क : मधुबनी
शनिवार को एमडीएम रसोईया एकता संघ एवं मधुबनी जिला मध्याह्न भोजन रसोईया कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में टाउन क्लब मधुबनी में एमडीएम रसोईयों की वर्तमान स्थिति पर एक विशेष बैठक आहूत की गई । इस बैठक की अध्यक्षता संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती जूली देवी ने किया । इस अवसर पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र राज्य सरकार से अविलंब एनजीओ के माध्यम से एमडीएम के संचालन करने की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की गई और एमडीएम रसोईया के बकाया मजदूरी की भुगतान करने की मांग की गई । एमडीएम के संचालन की जिम्मेवारी एनजीओ को देने, 8 माह के बकाया मानदेय का भुगतान करने, स्थायीकरण करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आगामी 15 जुलाई को मधुबनी डीएम के समक्ष धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के माध्यम से आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया । साथ ही 22 जुलाई को दरभंगा के दरभंगा के प्रमंडलीय आयुक्त के समक्ष पूरे दरभंगा प्रमंडल के रसोईयों का प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया । इस अवसर पर बैठक को संबोधित करते हुए संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आर के दत्ता ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार महिलाओं के हिमायती होने का दावा करती है वहीं दूसरी तरफ एमडीएम कार्य में लगी 80% महिलाओं का शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण कर रही है जिसके खिलाफ पूरे बिहार में आंदोलन तेज किया जाएगा । इस अवसर पर राजकीय मध्य विद्यालय रामपट्टी की रसोईया सुनीता देवी के द्वारा बार बार उच्चाधिकारियों को आवेदन देने के बावजूद मानदेय का भुगतान नहीं होने पर आक्रोश व्यक्त किया गया । जिलाध्यक्ष श्रीमती जूली देवी बोली कि सैकड़ों की संख्या में रसोईया भुखमरी के कगार पर हैं, क्योंकि उन्हें 8 माह से लेकर अभी तक मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है जो घोर अन्याय है । इस अवसर पर एमडीएम रसोईया एकता संघ के राष्ट्रीय महासचिव विपिन कुमार दास, जोगिंदर पंडित ,उमेश चौधरी रेणु देवी, रेखा देवी, ममता देवी, सुनीता देवी, संगीता देवी, रिंकू देवी ,सावित्री देवी ,चंद्रकला देवी आदि मौजूद थे ।
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