समाजसेवा की ऊँची उड़ान के लिए चाहिए मजबूत हौसला
एक हक़ीक़त समाजसेवा के क्षेत्र में उतरे मिथिला के गाँव सरिसब-पाही परिसर के युवा-युवतियों की
रिपोर्ट : उदय कुमार झा
30:08:2023
मधुबनी ज़िला के पंडौल प्रखण्ड अन्तर्गत सरिसब-पाही परिसर अयाची संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है । निःस्वार्थ भाव से सेवा कर बदले में सेवा की भावना दूसरों के अन्तर्मन में जगाना अयाची संस्कृति का एक पक्ष है और आज भी उस परंपरा को "अयाची नगर युवा संगठन" के युवा/युवती आगे बढ़ा रहे हैं ।
दरअसल, 2016 ई.में सरिसब-पाही के कुछ युवाओं ने मिलकर समाजसेवा के क्षेत्र में काम करने का निर्णय लिया और इस उद्देश्य की पूर्त्ति के लिए "अयाची नगर युवा संगठन" की स्थापना की गई । इस संगठन का मूल उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के युवा-युवतियों में समाजसेवा एवं सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा के प्रति उत्साह जगाना है । साथ ही, आज के वैश्विक समाज के हित के लिए पर्यावरण संरक्षण के प्रति युवाओं को जागरूक बनाकर पौधरोपण भी इस संस्था का उद्देश्य रहा है । आर्थिक रूप से पिछड़े एवं मेधावी छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रकार से प्रोत्साहित कर उन्हें अध्ययन के लिए प्रेरित करने का बहुमूल्य कार्य यह संस्था अपनी स्थापना के बाद से ही करती आ रही है ।
बीते कुछ वर्षों से "अयाची नगर युवा संगठन" ने रक्तदान के क्षेत्र में अपनी एक खास पहचान बनाई है । हर समय हर किसी जाने-अनजाने के लिए हर प्रकार से खड़े युवक-युवतियाँ रक्तवीर के रूप में अपने आपको समाज के सामने प्रस्तुत करते हैं । रक्त का सम्बन्ध एक अनूठा सम्बन्ध होता है जो व्यक्ति हर किसी से स्थापित नहीं कर पाता है । आज इस संस्था से लगभग 280 रक्तवीर/वीरांगनाएँ जुड़े हुए हैं, जो आवश्यकता होने पर किसी को भी अपना रक्त देकर जीवनरक्षा के लिए सतत तैयार दिखते हैं । आज परिस्थिति ऐसी हो गई है कि इस इलाके के लोगों के मोबाइल में संस्था द्वारा जारी हेल्पलाइन नम्बर - 9709503945 सुरक्षित रहता है । कहीं से भी सूचना मिलते ही यह संस्था अविलम्ब रक्त की व्यवस्था कर देती है । यह संस्था लोगों के दिल में यह विश्वास जमाने में कामयाब हो चुकी है कि यदि "अयाची नगर युवा संगठन"के युवा आ गए तो चिन्ता नहीं - मिलेगा खून और बचेगी ज़िन्दगी ।
कोरोना जैसी विकराल परिस्थिति में इस संस्था के सदस्यों ने लोगों के साथ रक्त संबंध भी खूब बनाया । जब आम इन्सान एक दूसरे से मिलने से भी कतरा रहे थे, तो इस संस्था से जुड़े रक्तवीर दर्जनों लोगों के लिए रक्तदान करने दूर-दूर तक यथाशीघ्र पहुँचते थे । संस्था के संस्थापक विक्की मण्डल ने स्वयं लगभग 15 बार रक्तदान कर दूसरों की जान बचाई । इतना ही नहीं, कोरोना काल से अबतक इस संस्था ने कई रक्तदान शिविर लगाकर रक्त की जरूरत को पूरा करने का काम किया है और 300 से अधिक लोगों को रक्त उपलब्ध करवाकर उनकी जीवनरक्षा में अमूल्य योगदान दिया है । विक्की मण्डल बताते हैं कि एक बार समस्तीपुर से सूचना मिली कि वहाँ खून की जरूरत है । डॉक्टर से कहा कि बच्चे की माँ नहीं बच पाई, लेकिन बच्चे को बचाने के लिए एक यूनिट खून तुरन्त चाहिए । मरीज के परिजनों ने कहा कि 8 यूनिट खून माँ के इलाज में ही खर्च हो गए , बच्चे को खून देने के लिए परिवार में कोई नहीं बचा है । तब हमलोगों ने तुरन्त फैसला लिया और अविलम्ब बच्चे की जान बचाने के लिए रक्त उपलब्ध करवाया गया । हम सबके लिए वह पल सचमुच में एक यादगार पल था ।
अयाची नगर युवा संगठन के ऐसे ही कामों को देखकर कोरोना काल में मुम्बई की प्रतिष्ठित संस्था "डॉक्टर्स फ़ॉर यू" ने लाखों रुपये के ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर, सैनिटाइजर, मास्क, डिजिटल थर्मामीटर, ग्लव्स आदि जरूरी उपकरण इस संस्था को प्रदान किया । इसके अतिरिक्त शौर्य कुमार, जनमन पीपुल्स आदि ने भी इस संस्था में आवश्यक सामानों की आपूर्त्ति कर अपना भरोसा जताया । इसके बदले में अयाची नगर युवा संगठन के सदस्यों ने भी जी तोड़ मेहनत कर लोगों को बड़ी राहत दी । लोगों की गुहार सुनकर उस विपरीत परिस्थिति में भी संस्था के सदस्य अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को ऑक्सीजन, भोजन, दवा एवं रक्त उपलब्ध करवा रहे थे । कोरोना काल में रक्त अधिकोष में भी अनुपलब्धता रहती थी । उसी समय से ये युवा रक्तदान के क्षेत्र में अपनी दमदार उपस्थिति समाज के सामने पेश कर रहे हैं ।
इस संस्था के सम्बन्ध में एक खास बात यह है कि इसके संस्थापक या सदस्यगण समाज के धनाढ्य वर्ग से नहीं हैं । ये लोग अतिमध्यम परिवार से हैं, जो आर्थिक रूप से बहुत सशक्त नहीं हैं । इस सम्बन्ध में संस्थापक विक्की मण्डल का कहना है कि समाजसेवा के क्षेत्र में ऊँची उड़ान के लिए चाहिए मजबूत हौसला और वह हौसला हमारी टीम के सभी सदस्यों के पास है । हमसब आपस में चन्दा जुटाकर समाजसेवा के क्षेत्र में आगे बढ़े। अब हमारी सेवाभावना देखकर प्रबुद्ध वर्ग के लोग हमारे सहयोग में उतरते हैं । इस तरह के कार्यों में संस्था की कार्यकारिणी समिति के सक्रिय सदस्य कौशल मण्डल,धीरज लाभ, सतीश कुमार, मनोज कंठ, रमेश ठाकुर,नंदू ठाकुर, विकास साह, सुनील झा, राकेश मिश्रा, दीपक कुमार, हर्षनाथ झा, प्रवीण झा, राजा चौपाल, संतोष कुमार, सुधीर कामत निरन्तर अपना सहयोग बनाए रखे हैं ।
अबतक संस्था को ढेरों सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें प्रमुख हैं :-
राष्ट्रीय प्रेरणा दूत अवार्ड, राष्ट्रीय कोरोना योद्धा सम्मान (महाराष्ट्र सदन, नई दिल्ली), युवा गौरव पुरस्कार (उत्तरप्रदेश), मानव रक्षक सम्मान(वैशाली), प्राइड ऑफ यंग हिन्दुस्तान अवार्ड (मुम्बई), प्राइड ऑफ मधुबनी अवार्ड(मधुबनी), वर्ल्ड नीम वारियर अवार्ड (लुम्बिनी, नेपाल), अटल मिथिला सम्मान (नई दिल्ली) आदि।
वास्तव में, इतना जरूर कहा जा सकता है कि पूरे समाज के युवाओं के लिए अयाची नगर युवा संगठन एक प्रेरक के रूप में अपने आप को स्थापित कर चुका है ।
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