18th BN SSB ने प्रभात फेरी निकालकर नशा नहीं करने के प्रति किया जागरूक
साभार : सुमित कुमार राउत
मधुबनी
मधुबनी जिले के भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 18 वीं वाहिनी एस एस बी मुख्यालय राजनगर के कार्यवाहक कमांडेंट सैलेंद्र कुमार पांडेय के नेतृत्व नागरिक कल्याण कार्यक्रम (CAP-2023-24) के तहत सीमावर्ती क्षेत्र के स्कूली बच्चों के बीच नशा मुक्ति अभियान से संबंधित निबंध, वाद विवाद, ड्रॉइंग तथा संगीत प्रतियोगिता का आयोजन उत्क्रमित मध्य विद्यालय कैरियोत, चरवाहा स्कूल झलोन और उच्च विद्यालय अंधारबन में किया गया I
एस एस बी ने आसपास के क्षेत्रों में लोगों को नशा नहीं करने के प्रति रैली निकालकर जागरूक किया। साथ ही आसपास क्षेत्रों में जाकर नशा नहीं करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक किया। साथ ही आमलोगों को स्वास्थ्य के लिए जागरूक किया जाय और नशा के दुष्प्रभावों से अवगत कराया जाय।
इसी कड़ी में आमलोगों को को नशामुक्ति से संबंधित पंपलेट का वितरण किया। बैनर-पोस्टर के साथ निकले रैली में जागरूकता के उद्देश्य से एस एस बी के अधिकारियों-कर्मियों ने हाथों में नशे के दुष्प्रभावों लिखे तख्ती लेकर आमलोगों से अपील किया। तख्तियों पर "व्हिस्की है जीवन के लिए रिस्की" और "छोड़ो शराब, सिगरेट और धूम्रपान, इससे बर्बाद होता है इंसान" इस तरह के नारे लिखे हुए थे।
कार्यवाहक कमांडेंट सैलेंद्र कुमार पांडेय ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को नशा और इससे होने वाले कुप्रभाव के प्रति जागरूक करना है। इस साल अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस का थीम बेहतर देखभाल के लिए बेहतर ज्ञान जरूरी है (Better Knowledge For Better Care) है। आधुनिक समय में नशा की परिभाषा ही बदल गई है। लोग कई प्रकार के नशा करने लगे हैं, जिनमें शराब, ड्रग्स और हेरोइन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त भी कई प्रकार के नशा हैं। बच्चे भी नशे की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इससे आने वाली पीढ़ी पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही खपत अधिक होने से अवैध तस्करी भी जमकर हो रही है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य बच्चे-बड़े सभी को नशे से छुटकारा दिलाना है। साथ ही नशा तस्करी पर भी लगाम कसना है, ताकि बच्चों का भविष्य अंधकारमय होने की बजाय उज्ज्वल और स्वर्णिम रहे। इस दिन दुनियाभर के सभी देशों में नशीली दवाओं और ड्रग्स के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाता है। भारत में भी इसके खिलाफ सख्त कानून बने हैं। सामाजिक सशक्तिकरण और समाज को नशा मुक्त करने के लिए और भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
इस जागरूकता रैली में अशोक कुमार ओला, उप कमांडेंट,कुलदीप सिंह, सहायक कमांडेंट , देव नारायण सिंह यादव, प्रखंड प्रमुख लौकही, रामकुमार यादव, पूर्व प्रमुख लौकही, धनेश यादव, पंचायत समिति महादेवा, प्रेम चंद समेत अन्य मौजूद थे। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक उत्क्रमित मध्य विद्यालय, कैरियोत द्वारा पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया I
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