मिथिला की बेटी ने फिर रचा इतिहास: अर्चना सिंह को ‘द वन शो 2025’ में ‘बेस्ट ऑफ़ शो’ का सर्वोच्च सम्मान
न्यूज डेस्क : मधुबनी
23:05:2025
भारत और मध्य पूर्व के लिए यह गर्व का पल है। डॉ. टी. पी. सिंह और श्रीमती शीला सिंह (मधेपुर ड्योढी, मधुबनी एवं देवघर में निवास )की बेटी, अर्चना सिंह, विश्व प्रसिद्ध विज्ञापन पुरस्कार ‘द वन शो’ में ‘बेस्ट ऑफ़ शो’ जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं।
1975 में स्थापित, The One Show को वैश्विक रचनात्मक उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है। हर साल, दुनिया भर से हज़ारों प्रविष्टियों में से केवल एक को यह शीर्ष सम्मान दिया जाता है—ऐसे काम को, जो न सिर्फ़ रचनात्मक रूप से उत्कृष्ट हो, बल्कि समाज में वास्तविक बदलाव लाने की ताक़त भी रखता हो।
अर्चना का विजयी अभियान UN Women के लिए तैयार किया गया था। यह एक साधारण-सी लगने वाली शादी का निमंत्रण पत्र था, जो एक गंभीर सच्चाई उजागर करता है: बाल विवाह। यह काम उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बेहद खास था—प्रेरणा मिली उनकी अपनी दादी, स्व. श्रीमती झाड़ीलता बहुआसिन, धर्मपत्नी स्व. श्री राम नंदन सिंह, की कहानी से, जिन्हें बचपन में विवाह के बंधन में बांध दिया गया था। अर्चना ने यह सम्मान अपनी दादी को समर्पित करते हुए कहा—“यह मेरे वंश की और उन तमाम स्त्रियों की आवाज़ है, जिनकी कहानियाँ कभी सुनाई ही नहीं गईं।”
इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ, अर्चना:
• ‘बेस्ट ऑफ़ शो’ जीतने वाली पहली भारतीय बनीं
• मध्य पूर्व के लिए यह सम्मान लाने वाली पहली क्रिएटिव भी बनीं
दुबई में कार्यरत, और मूल रूप से मिथिला, बिहार की रहने वाली अर्चना, उन जगहों में जन्म लेने वाली बेटियों के लिए एक नई कहानी लिख रही हैं, जहाँ आज भी उनका जन्म अक्सर चुपचाप स्वीकारा जाता है।
“यह जीत सिर्फ़ मेरी नहीं है,” उन्होंने कहा। “यह हर उस लड़की की है, जिसे बोलने से पहले ही चुप करा दिया गया। और हर उस महिला की, जिसकी कहानी सुनने लायक़ है।”
जहाँ आज भी बेटियों के जन्म पर सन्नाटा पसरा होता है, वहाँ की एक बेटी ने अब पूरी दुनिया को अपनी आवाज़ से हिला दिया है।
अर्चना अपनी इस सफलता का सम्पूर्ण श्रेय अपनी दो वर्ष की बेटी अमैरा सिंह भारद्वाज, अपने जीवनसाथी अनूप भारद्वाज, और अपने पंखों को उड़ान देने वाले अपने माता-पिता को देती हैं।
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