फरोग-ए-उर्दू सेमिनार : अदबी विरासत को संजोने की एक अहम कोशिश
12 जुलाई को शहर के टाऊन हॉल में मुशायरा, कार्यशाला और अकादमिक विमर्श का आयोजन
मधुबनी : सिटी रिपोर्टर
उर्दू जुबान की तरक़्क़ी, अदबी शऊर की तर्जीह और तहज़ीबी विरासत को नई नस्ल तक पहुँचाने की गरज से फरोग-ए-उर्दू सेमिनार, मुशायरा और कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
यह आयोजन उर्दू निदेशालय, मंत्रिमंडल सचिवालय, बिहार सरकार के निर्देशानुसार, जिला उर्दू भाषा कोषांग, मधुबनी के ज़ेरे एहतेमाम शनिवार, 12 जुलाई को टाउन हॉल, मधुबनी में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा।
इस अदबी महफिल की सदारत जिला उर्दू कोषांग के प्रभारी मेराज अहमद करेंगे।
सेमिनार का उद्घाटन डीएम आनंद शर्मा करेंगे, जो उर्दू भाषा के प्रति अपनी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं।
अकादमिक चर्चा और मुशायरा
इस मौके पर उर्दू की मौजूदा सूरतेहाल, इसके तआवुन (संवर्द्धन) की संभावनाएं और दरपेश चैलेंजों पर गहरी अकादमिक और बौद्धिक बहसें होंगी।
सेमिनार के बाद एक दिलकश मुशायरा भी होगा, जिसमें इलाके के मशहूर शायर अपने अशआर से महफिल को रौशन करेंगे।
नई नस्ल से जुड़ाव की कोशिश
इस प्रोग्राम का मक्सद सिर्फ उर्दू की नुमाइंदगी भर नहीं, बल्कि नई पीढ़ी को उर्दू की लताफ़त, अदबी रस्मियत और तहज़ीबी राब्ते से वाक़िफ़ कराना भी है।
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