श्री रामजानकी मंदिरों में मनाया गया अन्नकूट महोत्सव, बंटा महाप्रसाद
* मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़
* हर साल होता है आयोजन
सुमित कुमार राउत की रिपोर्ट
जयनगर/मधुबनी
मधुबनी जिले भर के मठ मंदिरों में पिछले पांच दिनों से उत्सवों की शृंखला मनाई जा रही है। धन-त्रयोदशी, हनुमान चतुर्दशी, दीपावली के बाद बुधवार को अन्नकूट उत्सव भी बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। इस पर्व में जिले के मंदिरों में करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर अन्नकूट ग्रहण किया।
इसी क्रम में जिले के जयनगर शहर के कमला रोड अवस्तिथ रामजानकी मंदिर में अनकूट सेवा समिति के तत्वाधान में हर साल की भांति श्रद्धा, भक्ति एवं उल्लास के साथ अनकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। भगवान अन्नकूट का विधिवत पूजन अर्चन किया गया और 56 तरह के व्यंजनों का भोग लगाया गया। मंदिर के पुजारी ने पूजा-अर्चना की। उसके बाद भंडारा का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस मौके पर आयोजक डॉo सुनील कुमार राउत एवं संजय राउत ने संयुक्त रुप से बताया कि विगत हर साल की भांति जनसहयोग से इस मंदिर में अनकूट महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अन्नकुट अहंकार के त्याग व ईश्वर की स्वीकार्यता का पर्व है। अर्पण करने वाले भी प्रभु हैं और स्वीकार करने वाले भी वही हैं। संदेश देते हुए कहा कि इस शुभ अवसर पर सभी तन, मन और धन से सुखी बनें और सबके गुण ग्रहण करें, अवगुणों से बचें।
कहा कि भगवान कृष्ण ने ब्रज वासियों को इंद्र की पूजा के जगह पर गोवर्धन पूजा अर्थात प्रकृति की पूजा करने को कहा। भगवान ने कहा कि प्रकृति के द्वारा ही प्रचुर मात्रा में अन्य उत्पन्न होता है और हम सबका पोषण होता है।
बता दें कि महाप्रसाद के लिए सात्त्विक व्यंजनों से भव्य अन्नकूट तैयार किया गया। सुबह आरंभ हुई वैदिक पूजा में संतों और भक्तों ने मिलकर गोवर्धन पर्वत की प्रतीकात्मक प्रतिकृति की आराधना की। मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रों, भजनों और संगीत की गूंज से भक्तिभाव का अद्भुत वातावरण बना रहा। कीर्तन मंडली ने भजनों से वातावरण को भक्ति से भर दिया। पूजा के बाद भक्तों को अन्नकूट भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया, जो देर शाम तक चलता रहा।
इस मौके पर निवार्तमान विधायक अरुण शंकर प्रसाद, बिशम्भर पुर्वे, राजू सरदार, समाजसेवी वीरेन्द यादव, राजद नेता प्रदीप प्रभाकर, पूर्व प्रमुख सूर्यनाथ यादव, समाजसेवी जय नारायण यादव, उपेंद्र नायक, नरेन्द्र कुमार उर्फ़ उद्धव कुंवर, पंकज राठौड़, विकास चंद्रा, गोपाल सिंह, गोविन्द जोशी, डॉo शत्रुधन कारक, रविंद्र पासवान, दीना नाथ सिंह, प्रमोद महतो, मनीष महतो, प्रो. जगदीश यादव, संतोष पंजीयार, भोला साह, विबेक ठाकुर, सूरज गुप्ता, सत्य नारायण महतो, उमेश नायक, ई. आनंद कुमार, लक्मण यादव, विवेक सूरी, सहित सैकड़ो नगर गणमान्य, बुद्धिजीवी व समाजसेवी व राजनीतिक लोगों ने इस अनकूट का महाप्रसाद ग्रहण किया।
अन्नकूट के महाप्रसाद पाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिर परिसर में लंबी कतारें लगीं। इस मौके पर लगभग तीन हजार लोगों ने महाप्रसाद ग्रहण किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस उत्सव का धार्मिक महत्व कितना विशाल है।



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