स्वच्छता शुल्क भुगतान का रसीद कटवाने पर ही अब हर महीना मिलेगा राशन
मधुबनी जिले के लदनियाँ प्रखंड के पद्मा पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण एवं लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत प्रथम फेज में चयनित सर्वप्रथम मधुबनी जिला में लदनियाँ प्रखंड के पद्मा पंचायत का चयन हुआ था।
लदनियाँ प्रखंड के पद्मा पंचायत में स्वच्छता शुल्क राशि रसीद हर महीने अनिवार्य रूप से ग्रामीणों से वसूलने के लिये बिभाग ने सभी डीलर को सहयोग करने का निर्देश दिये है। जिसके लिये प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार ठाकुर, प्रखंड समन्वयक राज करण ठाकुर, आवास सहायक अजय कुमार, रोजगार सेवक सोमनाथ कुमार, किसान सलाहकार अनिल कुमार पासवान, पद्मा पंचायत स्वच्छता पर्यवेक्षक संतोष कुमार गुप्ता के उपस्थित में पंचायत भवन कार्यालय में पद्मा पंचायत के सभी पीडीएस राशन डीलर को स्वच्छता मासिक शुल्क रसीद दिखाने पर ही राशन देने आग्रह किये।
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सभी सरकारी सेवा में कार्यरत एवं अवकाशप्राप्त सरकारी कर्मचारियों , आंगनवाड़ी सेविका, जीविका दीदियों, आशा दीदी को स्वच्छता शुल्क राशि में जनजागरूकता कर सहयोग करने का निर्देश दिये।
वितीय वर्ष 2021-22 में लदनियाँ प्रखंड में चार पंचायतो का चयन हुआ था, जिसमे सर्वप्रथम मधुबनी जिला में पद्मा पंचायत में कार्य का शुभारंभ किया गया था।
सूखा एवं गीला कचरा का उठाव स्वच्छताकर्मी द्वारा डोर-टू-डोर जाकर प्रतिदिन कचरा का उठाव कर रहे है, जिसके लिये सरकार ने तीस रुपये मासिक शुक्ल के तौर पर सभी गृहस्वामी से देने का प्रावधान सरकार ने किये है। पद्मा पंचायत में मई महीना में घर-घर स्वच्छता शुल्क रसीद कटवाने के सभी गृह स्वामी को आग्रह किया गया था, जिसमे सिर्फ 896 घर से ही कुल 26,980 रुपये राशि प्राप्त हुआ था। पद्मा पंचायत में 2,000 से ज्यादा परिवार सरकारी राशन का उठाव कर रहे है।
इस बाबत स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी ने स्वच्छता अभियान में जनव्यापी जनसहयोग की अपील किया और कहा कि पद्मा एवं योगिया चौक के किराना, होटल, रेडीमेड, पान, मेडिकल, हार्डवेयर, स्टेशनरी, सीएससी सेंटर, खाद एवं सभी दुकानदार अपने-अपने दुकान के आगे साफ-सफाई रखे और दुकान से निकले सूखा कचरा को किसी प्लास्टिक के डस्टबिन या कार्टून में जमा करके ई-रिक्शा वाहन आपके दुकान के पास जायेंगे आप अपने कचरे को ई-रिक्शा वाहन पर ही रखे। जिस गृहस्वामी किसान के पास अगर घर के पास खाली जमीन है, तो गीला कचरा खुद जैविक खाद बनाकर प्रयोग में लाये।
No comments:
Post a Comment